Likh Do Mhare Rom Rom Me Ram Ram Ho Umapati Lyrics Hindi - Lyricsbol

Breaking

Likh Do Mhare Rom Rom Me Ram Ram Ho Umapati Lyrics Hindi

Likh Do Mhare Rom Rom Me Ram Ram Ho Umapati Lyrics Hindi Full Song Nice Song Is Beautifully sung by Anil Nagori.see the Full Lyrics In Hindi.

Song: likh do mhare rom rom mein
Sung By: Anil Nagori
Song Type:  Devotional

likh do mhare rom rom mein

लिख दो म्हारे रोम रोम में राम राम हो रघुपति लिख दो जय सिया राम जी लिख दो म्हारे रोम रोम में राम राम हो रमापति
लिख दो जय सिया राम जी लिख दो म्हारे रोम रोम में राम राम हो रघुपति लिख दो जय सिया राम जी शीश पे शिव शंकर लिख दो काना पे कन्हैया राम शीश पे शिव शंकर लिख दो काना पे कन्हैया राम नैना में म्हारे नरसी लिख दो नैना में म्हारे नरसी लिख दो नाक पे नंदलालो राम लिख दो जय सिया राम जी लिख दो म्हारे रोम रोम में राम राम हो रमापति लिख दो जय सिया राम जी  जीभ पे जगदीश लिख दो होंटा पे हरिओम राम जीभ पे जगदीश लिख दो होंटा पे हरिओम राम दाता पर दामोदर लिख दो दाता पर दामोदर लिख दो नाभि पर नारायण राम लिख दो जय सिया राम राम लिख दो म्हारे रोम रोम में राम राम हो रघुपति लिख दो जय सिया राम जी  गले पर गिरधारी लिख दो मुख में मुरली वालों राम गले पर गिरधारी लिख दो मुख में मुरली वालों राम भुजा पर भगवान लिख दो भुजा पर भगवान लिख दो हाथा में हनुमान राम लिख दो जय सिया राम जी लिख दो म्हारे रोम रोम में राम राम हो रमापति, राम राम हो रघुपति लिख दो जय सिया राम जी  छाती पर चतरभुज लिख दो पेट पर परमेश्वर राम छाती पर चतरभुज लिख दो पेट पर परमेश्वर राम जांघो पर जगदीश लिख दो जांघो पर जगदीश लिख दो होडो पर गोविन्द राम लिख दो जय सिया राम राम लिख दो म्हारे रोम रोम में राम राम हो रघुपति, राम राम हो रमापति लिख दो जय सिया राम जी  राम शरण शिव मंडल बोले एक अरज सुन लिजियो राम राम शरण शिव मंडल बोले एक अरज सुन लिजियो राम इतरो को प्रभु म्हाने लिखदो इतरो को प्रभु म्हाने लिखदो चरणों में चारो धाम राम लिख दो जय सिया राम राम लिख दो म्हारे रोम रोम में राम राम हो रघुपति, राम राम हो रमापति लिख दो जय सिया राम जी लिख दो जय सिया राम जी लिख दो जय सिया राम जी लिख दो जय सिया राम जी लिख दो जय सिया राम जी
 

लिख दो म्हारे रोम रोम में,
राम राम हो रमापति।

दोहा – संत हमारी आत्मा और,
मै संतन की देह,
रोम रोम में रम रया,
प्रभु ज्यु बादल बिच महेश।

लिख दो म्हारे रोम रोम में,
राम राम हो रमापति,
राम राम हो उमापति,
लिख दो जय सियाराम जी।।


शीश पे म्हारे शिवजी लिख दो,
कानो पे कन्हैया राम,
नैणो में नरसिंह लिख दो,
नाक पे नंदलाला राम,
लिख दो म्हारें रोम रोम में,
राम राम हो रमापति,
राम राम हो उमापति,
लिख दो जय सियाराम जी।।


होंठों पे हरिहर लिख दो,
दांतो पे दयालु राम,
जीभ पे जगदीश लिख दो,
कंठ पे कमलापति राम,
लिख दो म्हारें रोम रोम में,
राम राम हो रमापति,
राम राम हो उमापति,
लिख दो जय सियाराम जी।।


गला में म्हारे गिरधारी लिख दो,
मुख पर मुरली वाला राम,
भुजा पे भगवान लिख दो,
हाथो पे हनुमाना राम,
लिख दो म्हारें रोम रोम में,
राम राम हो रमापति,
राम राम हो उमापति,
लिख दो जय सियाराम जी।।


छाती पे चतुर्भुज लिख दो,
पेट पे परमेश्वर राम,
जान्गो में जगदम्बा लिख दो,
नाभी पे नारायण राम,
लिख दो म्हारें रोम रोम में,
राम राम हो रमापति,
राम राम हो उमापति,
लिख दो जय सियाराम जी।।


गोडा म्हारे गोविंदा लिख दो,
पिन्दी में परमानन्द राम,
सुन्डी पे अचागिरी लिख दो,
चरणों में चारो ही धाम,
लिख दो म्हारें रोम रोम में,
राम राम हो रमापति,
राम राम हो उमापति,
लिख दो जय सियाराम जी।।


इतरो तो लिख दिजो दाता,
भवजल पार उतारो राम,
लिखमो थारे चरणे आवे,
एक अरज सुन लिजो राम,
लिख दो म्हारें रोम रोम में,
राम राम हो रमापति,
राम राम हो उमापति,
लिख दो जय सियाराम जी।।


लिख दो म्हारे रोम रोम में,
राम राम हो रमापति,
राम राम हो उमापति,
लिख दो जय सियाराम जी।।

गायक – अनिल नागौरी।
प्रेषक – श्रवण कुमावत।